PMJAY TMS: अस्पतालों के लिए पूरी गाइड – मरीज का इलाज और पेमेंट अब और आसान!

On: August 3, 2025 6:58 AM
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PMJAY TMS: अस्पतालों के लिए पूरी गाइड – मरीज का इलाज और पेमेंट अब और आसान!

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आयुष्मान भारत योजना (PMJAY) भारत सरकार की एक बहुत बड़ी और खास योजना है। यह गरीब और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त में इलाज देती है। इस योजना में अस्पतालों का बहुत बड़ा रोल है, और इन अस्पतालों को आसानी से काम करने के लिए एक खास सिस्टम बनाया गया है जिसे Transaction Management System (TMS) कहते हैं। TMS एक ऑनलाइन टूल है जो अस्पतालों को मरीजों के इलाज और पैसे के लेन-देन को मैनेज करने में मदद करता है। यह सिस्टम आसान और तेज काम करता है ताकि मरीजों को जल्दी इलाज मिल सके।

इस ब्लॉग में हम आपको TMS के बारे में सब कुछ आसान भाषा में बताएंगे। हम समझाएंगे कि यह क्या है, अस्पतालों के लिए यह क्यों जरूरी है, और इसे कैसे यूज करना है। हम एक स्टेप-बाय-स्टेप गाइड भी देंगे ताकि कोई भी इसे आसानी से समझ सके। साथ ही, TMS के फायदे और कुछ आम समस्याओं के हल भी बताएंगे। इस पोस्ट को पढ़कर आपको TMS की पूरी जानकारी मिलेगी, और आप इसे अपने अस्पताल में यूज करके मरीजों की मदद कर सकेंगे।


आयुष्मान भारत योजना क्या है?

आयुष्मान भारत योजना को PMJAY भी कहते हैं। यह गरीब लोगों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। इस योजना में हर परिवार को साल में 5 लाख रुपये तक का बीमा मिलता है। यह बीमा बड़े और छोटे दोनों तरह के इलाज के लिए है, जैसे ऑपरेशन या हॉस्पिटल में भर्ती होना। मरीजों को सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज के लिए पैसे नहीं देने पड़ते, यानी यह कैशलेस होता है।

इस योजना में कोई भी परिवार शामिल हो सकता है, चाहे उसमें कितने लोग हों या उनकी उम्र कितनी हो। अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है, तब भी उसे इलाज मिलेगा। यह योजना Socio-Economic Caste Census (SECC) 2011 के डेटा से चुने गए परिवारों के लिए है। इसमें बेघर लोग, मजदूर, और गरीब परिवार शामिल हैं। हर परिवार को एक आयुष्मान कार्ड दिया जाता है, जिसे दिखाकर वे इलाज ले सकते हैं।


TMS क्या है?

TMS का पूरा नाम Transaction Management System है। यह आयुष्मान भारत योजना का एक जरूरी हिस्सा है। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है जो अस्पतालों को मरीजों के इलाज को मैनेज करने में मदद करता है। TMS से अस्पताल मरीजों को भर्ती करने, उनका इलाज करने, और फिर डिस्चार्ज करने की पूरी प्रक्रिया को आसानी से देख सकते हैं। साथ ही, यह इलाज के पैसे का हिसाब भी रखता है।

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TMS में कई खास फीचर्स हैं। यह मरीजों को रजिस्टर करने, उनकी पात्रता चेक करने, इलाज का प्लान बनाने, और पेमेंट के लिए क्लेम भेजने का काम करता है। यह सिस्टम Beneficiary Identification System (BIS) और Hospital Empanelment Module (HEM) के साथ मिलकर काम करता है। BIS मरीजों की पहचान करता है, और HEM अस्पतालों को योजना में शामिल करने में मदद करता है।


अस्पतालों के लिए TMS क्यों जरूरी है?

TMS अस्पतालों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह इलाज की प्रक्रिया को आसान बनाता है और पैसे के लेन-देन को साफ-सुथरा रखता है। TMS से अस्पताल मरीजों के इलाज के बाद सरकार से पेमेंट के लिए क्लेम आसानी से भेज सकते हैं। यह सिस्टम हर चीज का रिकॉर्ड रखता है, ताकि कोई गलती हो तो उसे चेक किया जा सके।

पहले अस्पतालों को बहुत सारे कागजों के साथ काम करना पड़ता था, जो मुश्किल और टाइम लेने वाला था। TMS से सब कुछ ऑनलाइन हो जाता है, जिससे समय बचता है और गलतियां कम होती हैं। यह धोखाधड़ी को भी रोकता है, क्योंकि हर लेन-देन ऑनलाइन दर्ज होता है। इससे योजना में भरोसा बढ़ता है।


अस्पताल TMS का इस्तेमाल कैसे शुरू करें?

TMS यूज करने के लिए अस्पताल को पहले PMJAY में रजिस्टर करना पड़ता है। इसके लिए Hospital Empanelment Module (HEM) नाम का एक ऑनलाइन पोर्टल है। अस्पताल को इस पोर्टल पर अपने डिटेल्स भरने होते हैं, जैसे नाम, पता, और कुछ कागज अपलोड करने होते हैं। रजिस्टर होने के बाद ही TMS यूज हो सकता है।

रजिस्टर होने के बाद, National Health Authority (NHA) अस्पताल के स्टाफ को ट्रेनिंग देता है। यह ट्रेनिंग वीडियो और गाइड के जरिए होती है। इससे स्टाफ को TMS चलाना सीखने में आसानी होती है। अस्पताल को यह भी चेक करना चाहिए कि उनके पास अच्छा इंटरनेट और कंप्यूटर हो।

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TMS यूज करने की स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

यहां हम आपको TMS यूज करने का आसान तरीका स्टेप-बाय-स्टेप बताएंगे:

  1. TMS पोर्टल पर लॉगिन करें
    स्टाफ को अपना यूजरनेम और पासवर्ड डालकर TMS पोर्टल में लॉगिन करना है।
  2. मरीज को खोजें
    मरीज का आयुष्मान कार्ड नंबर या आधार नंबर डालकर उसे सिस्टम में ढूंढें।
  3. पात्रता चेक करें
    सिस्टम बताएगा कि मरीज को PMJAY का फायदा मिल सकता है या नहीं।
  4. मरीज को भर्ती करें
    अगर मरीज ठीक है, तो उसे हॉस्पिटल में भर्ती करें और बेड दें।
  5. इलाज की डिटेल डालें
    इलाज शुरू होने पर डॉक्टर और नर्स उसकी डिटेल TMS में डालें।
  6. कागज अपलोड करें
    इलाज के कागज, जैसे रिपोर्ट या बिल, सिस्टम में अपलोड करें।
  7. मरीज को डिस्चार्ज करें
    इलाज पूरा होने पर मरीज को छुट्टी दें और यह TMS में अपडेट करें।
  8. पेमेंट के लिए क्लेम भेजें
    इलाज का खर्चा सरकार से लेने के लिए TMS से क्लेम भेजें।
  9. क्लेम की स्टेटस चेक करें
    TMS पर देखें कि क्लेम कहां तक पहुंचा है और पेमेंट कब मिलेगा।

यह सिस्टम आपको हर क्लेम की स्टेटस बताता है, जैसे कि वह भेजा गया है, चेक हो रहा है, या पेमेंट हो गया। इससे अस्पताल को अपने पैसे का हिसाब रखने में मदद मिलती है।


TMS के फायदे

TMS से अस्पतालों और मरीजों दोनों को बहुत फायदा होता है।

अस्पतालों के लिए फायदे

  • इलाज और पेमेंट की प्रक्रिया आसान हो जाती है।
  • कागज का काम कम होता है।
  • पेमेंट जल्दी मिलता है।
  • सब कुछ साफ-सुथरा रहता है।
  • काम तेज और सही होता है।
  • गलत काम रुकता है।

मरीजों के लिए फायदे

  • इलाज मुफ्त में होता है।
  • हॉस्पिटल में कम इंतजार करना पड़ता है।
  • अच्छा इलाज मिलता है।
  • पैसे की टेंशन नहीं रहती।

TMS से मरीजों को भरोसा मिलता है कि उनका इलाज आसानी से और बिना पैसे दिए हो जाएगा।


आम समस्याएं और उनके हल

TMS यूज करते वक्त कुछ परेशानियां आ सकती हैं। यहाँ कुछ समस्याएं और उनके हल हैं:

  1. इंटरनेट की दिक्कत
    अगर इंटरनेट स्लो है, तो TMS काम नहीं करेगा। हल: अच्छा इंटरनेट कनेक्शन रखें।
  2. गलत डिटेल डालना
    अगर मरीज की डिटेल गलत डाली, तो क्लेम रुक सकता है। हल: डिटेल डालते वक्त दो बार चेक करें।
  3. पेमेंट में देरी
    कभी-कभी क्लेम में टाइम लगता है। हल: सपोर्ट टीम से बात करें और स्टेटस चेक करें।
  4. सिस्टम में प्रॉब्लम
    अगर TMS पोर्टल में दिक्कत हो, तो काम रुक सकता है। हल: AB PMJAY सपोर्ट पोर्टल (www.support.pmjay.gov.in) पर टिकट बनाएं।
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अस्पताल को अपने स्टाफ को अच्छी ट्रेनिंग देनी चाहिए। NHA के वीडियो और गाइड से सीखने में मदद मिलेगी।


सपोर्ट कैसे लें?

अगर TMS में कोई दिक्कत हो, तो AB PMJAY सपोर्ट पोर्टल पर जाएं। इसका पता है www.support.pmjay.gov.in। वहां टिकट बनाएं और अपनी प्रॉब्लम बताएं। सपोर्ट टीम आपकी मदद करेगी। आप हेल्पलाइन नंबर 14555 पर भी कॉल कर सकते हैं।

अस्पताल को अपने कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना चाहिए। पुराना सिस्टम TMS के साथ काम नहीं करेगा। कुछ जगहों पर मरीज की पहचान के लिए बायोमेट्रिक मशीन भी चाहिए। NHA इसके लिए गाइड देता है, उसे फॉलो करें।


भविष्य में TMS

NHA TMS को और बेहतर बना रहा है। आने वाले टाइम में इसमें नई चीजें जुड़ सकती हैं, जैसे Artificial Intelligence (AI) से क्लेम चेक करना या मोबाइल ऐप से TMS यूज करना। इससे अस्पतालों और मरीजों को और आसानी होगी।


निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने TMS और आयुष्मान भारत योजना के बारे में सब कुछ आसान भाषा में बताया। TMS क्या है, यह क्यों जरूरी है, इसे कैसे यूज करना है, इसके फायदे क्या हैं, और समस्याओं का हल क्या है – यह सब हमने कवर किया। TMS से अस्पताल मरीजों को अच्छी सर्विस दे सकते हैं और अपना काम आसान बना सकते हैं।

आज के टाइम में टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी है। TMS जैसे सिस्टम से इलाज तेज और बेहतर होता है। यह डेटा को सुरक्षित रखता है और सरकार को भी हेल्थ सर्विस सुधारने में मदद करता है। हम उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी और आप TMS को अपने अस्पताल में यूज करेंगे।

Aabeed Gehlod

Aabeed Gehlod

मेरा नाम Aabeed Gehlod है और मैं मध्यप्रदेश से हूँ। पिछले 5 सालों से Blogging के क्षेत्र में सक्रिय हूँ और इसी अनुभव के आधार पर मैंने यह वेबसाइट DDA Delhi (ddadelhi.com) बनाई है। इस वेबसाइट का उद्देश्य है कि आपको Delhi Development Authority (DDA) और अन्य सरकारी योजनाओं से जुड़ी सही, विश्वसनीय और अपडेटेड जानकारी सरल भाषा में उपलब्ध कराई जा सके।

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